shiv chalisa in hindi Things To Know Before You Buy
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जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
अर्थ: पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है। त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं रहता।
कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग shiv chalisa lyricsl बहाये ।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पाठ करे मन लाई ।
हनुमान चालीसा लिरिक्स
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥